Share It से सबसे तेज फाइल ट्रांसफर क्यों हो जाती है ? शेयर इट जेपीएस का एक्सेस क्यों मांगता है ? Share it इस्तेमाल करते वक्त क्या ध्यान में रखना चाहिए ? Share It ऐप में क्या अपडेट होना जरूरी है ?

 नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाईट OKTECHGALAXY.COM पर आपका स्वागत है । दोस्तो आप शेयर इट का इस्तेमाल तो करते ही हो पर कभी सोचा है कि वह शेयर इट एप्लीकेशन इतनी बड़ी-बड़ी फाइल को किस तरह से एकदम फास्टली शेयर या ट्रांसफर कर पाता है । मैंने कहीं सारा रिसर्च किया तब मुझे कुछ बातें ऐसी पता चली जो कि आपने अभी तक नहीं सुनी होगी । तो किस तरह से Share it एप्लीकेशन एकदम फास्ट फाइल ट्रांसफर करता है इसी मुद्दे पर आज का यह पूरा आर्टिकल तैयार किया गया है । इसे आप या तो एक रीडर की तरह पर सकते हो या फिर एक डेवलपर की तरह पढ़ सकते हो । अगर आप एक रीडर की तरह यह पोस्ट पढ़ना चाहते हैं तो आपका इस पोस्ट से से से नॉलेज बढ़ेगा । पर अगर आप डेवलपर की तरह इस पोस्ट को पढ़ोगे तो आपको एक एप्लीकेशन बनाने में काफी ज्यादा मदद मिलेगी । अब इसका पूरा असर आपके डेवलपमेंट पर एक प्रोजेक्ट पर पड़ेगा । जिसकी मदद से अगर आप कोई एप्लीकेशन बनाते ही हो तो , इससे लाखो करोड़ों रुपए का फायदा एक यूजर को हो जाएगा । तो इसी से रिलेटेड यह पूरा आर्टिकल है । इस पोस्ट में हम किस पॉइंट पर बात करेंगे यह मैं आपको सबसे पहले बता देता हूं ।

Share It से सबसे तेज फाइल ट्रांसफर क्यों हो जाती है ? शेयर इट जेपीएस का एक्सेस क्यों मांगता है ? Share it इस्तेमाल करते वक्त क्या ध्यान में रखना चाहिए ? Share It ऐप में क्या अपडेट होना जरूरी है ?

Share It से सबसे तेज फाइल ट्रांसफर क्यों हो जाती है ?

◆◆ शेयर इट जेपीएस का एक्सेस क्यों मांगता है ?

◆◆◆ Share it इस्तेमाल करते वक्त क्या ध्यान में रखना चाहिए ?

◆◆◆◆ Share It ऐप में क्या अपडेट होना जरूरी है ?


1 ] Share It से सबसे तेज फाइल ट्रांसफर क्यों हो जाती है ?


दोस्तो आप जब भी शेयर इट का इस्तेमाल करते हो तो आप शेयर इट से फाइल ट्रांसफर करने के लिए इसमें या तो फाइल सेंड करना हो या फिर फायर रिसीव करना हो इसके लिए आपको Share it का इस्तेमाल करना पड़ता है और ऐसे में आपको शेयर इट वाईफाई , हॉटस्पॉट , जीपीएस और ब्लूटूथ जैसे मोबाइल ऑप्शन शुरू करने को कहता है । अब यहां पर बात आती है वाईफाई , हॉटस्पॉट द्वारा फाइल ट्रांसफर करने की तो यही एक सबसे बड़ा रीजन है कि आपकी फाइल ट्रांसफर होती है , वह भी सबसे ज्यादा स्पीड में । क्योंकि जब Share it एप उस परमिशन को लेता है तो Share it को अच्छी खासी स्पीड मिलती है । जब हॉटस्पॉट , ब्लूटूथ और जीपीएस ऑन होता है । तब उसे वह फाइल दूसरे फोन में शेयर करने में काफी आसानी हो जाती है क्योंकि यह तीनों ऑप्शन फाइल ट्रांसफर करने के मामले में काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं जैसे कि अगर आपने पहले ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया होगा तो ब्लूटूथ द्वारा फाइल स्लोली ट्रांसफर होती थी ।


पर अब ब्लूटूथ के भी कई सारे वर्जन आ रहे हैं और हाल ही का ब्लूटूथ वर्जन V5.0 है । शुरुआती दिनों से ब्लूटूथ रनिंग स्पीड में भी काफी कम हुआ करता था । पर जैसे-जैसे ब्लूटूथ वर्जन अपडेट होते गए वैसे-वैसे ब्लूटूथ का भी स्पीड बढ़ गया क्योंकि ब्लूटूथ के ऑप्शन पर भी कंपनियां काफी बारीकी से रिसर्च करती है या उसे अपडेट करते रहती है । वैसे ही कुछ वाईफाई और हॉटस्पॉट के साथ होता है जब भी हम किसी से मोबाइल डाटा ट्रांसफर करने को कहते हैं तो उसके लिए ब्लूटूथ के साथ साथ वाईफाई और हॉटस्पॉट का एक अच्छा विकल्प होता है और तीनो मिल जाए यानी कि ब्लूटूथ , हॉटस्पॉट और वाईफाई एक जगह पर मिल जाए तो उसे फाइल ट्रांसफर करना काफी आसान और फास्ट बन जाता है और यही काम Share it करता है ।


2 ] शेयर इट जेपीएस का एक्सेस क्यों मांगता है ?


दोस्तों अपने शेयर इट द्वारा फाइल ट्रांसफर करते वक्त जीपीएस की परमिशन कई बार Share it को दिया होगा और इसके दो कारण होते हैं और यही 3 कारण हम आगे जाकर देखेंगे ।


1 ) Share it कहां पर इस्तेमाल हो रहा है यह जानने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल


दोस्तों शेयर इट एक सबसे बड़ा और पॉपुलर फाइल शेयरिंग प्लेटफार्म है और इसके डेवलपर यह देखना चाहते हैं कि Share it कहां तक पहुंचा है या फिर उन्हें यह हर एक लोगों तक पहुंचाना है । इसलिए शेयर इट का जीपीएस परमिशन देने के बाद Share it टीम और डेवलपर को यह पता चलता है कि Share it कहां पर इस्तेमाल हो रहा है और उस हिसाब से यह जान सकते हैं कि Share it कितनी दूर तक पहुंच गया है या फिर कितने लोग इसे इस्तेमाल कर रहे हैं । साथ में जिस जगह पर शेयर इट नहीं पोहोंचा हो वहा पर एडवर्टाइज द्वारा शेयर इट को पहुंचाना यह काम भी शेयर इट जीपीएस द्वारा करता है ।


2 ) फास्ट फाइल ट्रांसफर के लिए शेयर इट जीपीएस का इस्तेमाल करता है ।


दोस्तों जब भी दो व्यक्ति शेयर इट का इस्तेमाल करते हैं तो वह काफी पास होते हैं पर कुछ लोग दूर भी हो तो इससे Share it को फाइल ट्रांसफर करने के लिए काफी समय लग सकता है । इसलिए शेयर इट फाइल ट्रांसफर करने के लिए जीपीएस का परमिशन भी ले लेता है और इससे सिर्फ शेयर इट को यह पता चलता है कि फाइल ट्रांसफर करने वाले दो व्यक्ति कितनी दूरी पर है और उसके हिसाब से शेयर इट काम करता है या फिर उतना मोबाइल डाटा का इस्तेमाल करता है । तो यह भी एक मुख्य कारण है कि Share it आपसे लोकेशन या जीपीएस का परमिशन ले लेता है ।


3 ) संदिग्ध फाइल का पता लगाने के लिए शेयर इट जीपीएस का इस्तेमाल करता है ।


दोस्तो आप ने कई बार यह देखा होगा कि दोस्तों द्वारा ली गई शेयर इट फाइल शेयर इट के ही फोल्डर में स्टोर रहती है और अगर कोई ऐसा व्यक्ति संदिग्ध फाइल या एटीन प्लस कंटेंट सेंड करता है और उससे किसी को दिक्कतें होती है । तो इससे कोई भी व्यक्ति Share it से संपर्क कर सकता है और वह फाइल किस वक्त ट्रांसफर की गई है उस टाइम के अनुसार उसकी लोकेशन भी पा सकता है । हालांकि ऐसी बातें एप्लीकेशन ओनर ओर डेवलपर आम जनता के सामने नहीं लाता है पर ऐसे भी काम उस एप्लीकेशन के द्वारा किए जा सकते हैं । पर लोगों की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए ऐसी बातें सामने नहीं आती है ।


3 ] Share it इस्तेमाल करते वक्त क्या ध्यान में रखना चाहिए ?


दोस्तों आप शेयर इट का इस्तेमाल तो करते ही हो और 10 में से 8 लोग तो शेयर इट का इस्तेमाल फाइल ट्रांसफर के लिए करते ही है और ऐसे में शेयर इट का इस्तेमाल करते वक्त आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी है और वह क्या बात है उनसे भी हम आपको रूबरू करवाएंगे ।


1 ) Share it इस्तेमाल करते वक्त मोबाइल डाटा ऑफ करना चाहिए ।


दोस्तों अगर आप शेयर इट इस्तेमाल करते हो और उसी वक्त मोबाइल का डाटा भी ऑन रखते हो तो आपने यह तो जरूर नोटिस किया होगा कि आपका डाटा काफी स्पीड मैं रन करते हुए देखने को मिलता है । तो दोस्तों ऐसा इसलिए होता है कि फाइल ट्रांसफर करते वक्त Share it आपके डेटा का यह भी इस्तेमाल करता है । यहा फाइल ट्रांसफर करने के साथ-साथ शेयर इट पर जो वीडियो देखते हो उनकी Cache Memory इकट्ठा करने के लिए या फिर उसके सामने वो वीडियो शो करने के लिए होता है । मगर यह डाटा स्पीड कम से कम 6 से 8 एमबी पर सेकंड होता है । इसलिए अगर आप Share it इस्तेमाल करते वक्त डाटा ऑन रखते हो तो इससे आपका डाटा ज्यादा खर्च होने लगता है इसलिए Share it इस्तेमाल करते वक्त डाटा ऑफ करना जरूरी है ।


2 ) शेयर इट इस्तेमाल करते दिया गया एक्सेस और परमिशन ऑफ मत कर देना ।


दोस्तों Share it इस्तेमाल करते वक्त आप Share it को जो कुछ वाईफाई , हॉटस्पॉट , ब्लूटूथ को परमिशन देते हो और फाइल ट्रांसफर करते हो तो फाइल ट्रांसफर होते वक्त इनमें से कुछ भी ऑफ मत कर देना । इससे वह फाइल ट्रांसफर होना बंद हो जाएगी या फिर रुक जाएगी और आपको वही प्रोसेस दोबारा करना पड़ेगा और वही प्रोसेस यानी कि दोबारा से दोनों फोन एक दूसरे से कनेक्ट करने में आपको ज्यादा वक्त लग जाएगा इसलिए शेयर इट से फाइल ट्रांसफर करते वक्त दिया हुआ एक्सेस ऑफ नहीं करना चाहिए ।


3 ) Share it का इस्तेमाल करते वक्त शेयर इट के बाहर नहीं जाना चाहिए ।


दोस्तों Share it का इस्तेमाल करते वक्त आपको कुछ सेकंड का ही टाइम मिलता है जिसमें आपको दूसरे एप्लीकेशन पर जा सकते हो या फिर काम कर सकते हो । इसमें से अगर फाइल रिसीव करने वाला व्यक्ति ज्यादा देर तक शेयर इट एप्लीकेशन के बाहर चला जाता है या फिर फाइल सेंड करने वाला व्यक्ति भी दूसरे एप्लीकेशन ओपन करता है तो वह फाइल ट्रांसफर नहीं हो पाती है । आपको दोबारा से दोनों फोन एक दूसरे के साथ कनेक्ट करने पड़ते हैं और दोनों फोन कनेक्ट करने में भी आपको थोड़ा बहुत वक्त लग जाता ही है । क्युकी शेयर इट इस्तेमाल करते वक्त आप अगर दूसरे ऐप ओपन करेगे तो कुछ डाटा वह दूसरे ऐप भी इस्तेमाल करेंगे ।


4 ] शेयर इट ऐप में क्या अपडेट होना जरूरी है ?


तो दोस्तों यह पॉइंट सबसे महत्वपूर्ण है और आपके लिए और शेयर इट के लिए भी काफी जरूरी पॉइंट है । तो दोस्तों Share it एक फाइल ट्रांसफर एप्लीकेशन है जो कि सबसे ज्यादा स्पीड प्रोवाइड करता है । यह तो आपको पता ही है पर शेयर इट फाइल ट्रांसफर एप्लीकेशन होने के साथ-साथ आपके वाईफाई और हॉटस्पॉट का इस्तेमाल भी करता है । यह भी हमने पढ़ लिया , तो इससे ध्यान मैं रखते हुए हम यह देख सकते हैं कि Share it एक सोशल मीडिया एप्लीकेशन भी बन सकता है । जो फाइल फोटो , वीडियो , जिप फाइल जैसे फाइल हम शेयर करते हैं उसी में शेयर इट अगर टेक्स्ट शेयर करने का ऑप्शन दोनों यूजर के लिए दे दे और वह भी बिना डाटा का इस्तेमाल किए तो यह सबसे बड़ा अपडेट हो जाएगा । अब शेयरइट पहले से फाइल ट्रांसफर एप्लीकेशन है तो शेयर इट फाइल ट्रांसफर के साथ-साथ टेक्स्ट ट्रांसफर एप्लीकेशन बन जाए और वह दोनों फोन में से किसी एक फोन का डाटा दोनों यूजर के लिए इस्तेमाल करें तो इस से डाटा की भी बचत हो जाएगी और शेयर इट भी पॉपुलर ऐप बन जाएगा ऐसा मुझे लगता है ।


अगर देखे तो शेयर इट का फाइल ट्रांसफर रेंज 20 मीटर से 50 मीटर की दूरी तक आराम से चल जाता है और इतने दूरी तक का टेक्स्ट ट्रांसफर एप्लीकेशन अगर शेयर इट बनाता है या शेयर इट में ही अपडेट लाता है तो इससे होगा यह कि बिना डाटा के भी लोग वाईफाई और हॉटस्पॉट द्वारा टेक्स्ट ट्रांसफर कर पाएंगे और इससे इमरजेंसी के वक्त इस्तेमाल करना काफी आसान हो जाएगा और हमने पहले ही यह देख लिया कि डेवलपर इस पोस्ट का इस्तेमाल करके क्या कर सकते हैं । तो मैंने अभी जो आईडिया बताया वही आइडिया न्यू डेवलपर्स लगा सकते हैं । बिना किसी डाटा के टेक्स्ट ट्रांसफर करना या रिसीव करना जैसे काम अगर किसी एप्लीकेशन में बन जाए तो यह सबसे बड़ा अपडेट माना जाएगा । बाकी आपकी राय भी हमें काफी पसंद आएगी इसलिए कमेंट करना ना भूलें ।


दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि " Share It से सबसे तेज फाइल ट्रांसफर क्यों हो जाती है ? शेयर इट जेपीएस का एक्सेस क्यों मांगता है ? Share it इस्तेमाल करते वक्त क्या ध्यान में रखना चाहिए ? Share It ऐप में क्या अपडेट होना जरूरी है ? "


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