नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम है ओंकार और मेरे वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । दोस्तो आपने RMS टाइटैनिक फिल्म तो देखी ही होगी , तरह से यह जहाज डूबा और क्या कुछ इसके असर देखने को मिले यह आपको फिल्म द्वारा या फिर कई सारी कहानियों द्वारा पता चल गया ही होगा । पर दोस्तों मैं आज RMS टाइटैनिक फिल्म के बारे में नहीं RMS टाइटैनिक जहाज के बारे में एक ऐसी बात बताने जा रहा हूं , जिसे पढ़कर आप चौक जायेंगे । जी हां दोस्तों मैं बात कर रहा हूं टाइटैनिक डूबने के बाद उसका क्या हो रहा है और लोग इसे देखने के लिए क्यों और कैसे जा रहे हैं । आपने कभी सोचा है कि पानी में रहने वाली कोई भी वस्तु कितने दिन तक सही सलामत रहती है ? तो दोस्तों वह वस्तु उसके आकार मान के अनुसार कम ज्यादा समय के लिए पानी ठीकठाक में रह जाती है और वह कुछ समय बाद गलने लगती है या फिर खराब होने लगती है । तो RMS टाइटैनिक का भी कुछ वैसा ही हाल आज हो रहा है । हालांकि इसके लिए बहुत सार कारण हो सकते है । पर जिस कंपनी ने टाइटैनिक को बनाया वह White Star Line द्वारा उसे बचाने के लिए या फिर वापस निकालने के लिए कोई भी काम नहीं किए गए हैं । तो उन्हें क्या कुछ करना जरूरी था और आज टाइटैनिक देखने के लिए क्यों लोग जा रहे हैं । इसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे और भी कई सारे टॉपिक पर आज हम इस पोस्ट द्वारा बात करेंगे । तो सबसे पहले आप यह जान लो कि इस पोस्ट द्वारा आपको क्या कुछ नया , इंटरेस्ट और यूज़फुल जानने को मिलेगा ।
◆ टाइटैनिक डूबने का इतिहास
◆◆ टाइटैनिक डूबने के बाद लोग उसे देखने क्यों जा रहे हैं ?
◆◆◆ टाइटैनिक डूबने में कुछ गलतियां
◆◆◆◆ RMS टाइटैनिक को बचाने के लिए क्या किया जा सकता था ?
◆◆◆◆◆ क्या अब RMS टाइटैनिक का मलबा बाहर निकाला जा सकता है ?
1 ] टाइटैनिक डूबने का इतिहास
दोस्तों RMS Titanic दुनिया का सबसे बड़ा वाष्प पर चलने वाला यात्री जहाज था। वह साउथम्पटन (इंग्लैंड) से अपनी पहली यात्रा पर, 10 अप्रैल 1912 को निकला था । सिर्फ चार दिन की यात्रा के बाद, 14 अप्रैल 1912 को वह एक हिमशिला से टकरा कर जहाज को छेद हुआ । जिसमें 1,517 लोगों की मृत्यु हुई थी । RMS टाइटैनिक को सबसे मजबूत और बड़ा जहाज माना जाता था पर जब यह इतना बड़ा जहाज टूटा तो दो भागों में टूट कर बिखर गया । इस दुर्घटना को अब तक की सबसे बड़ी समुद्री दुर्घटना में भी शामिल किया गया है । RMS RMS टाइटैनिक को White Star Line द्वारा बनाया गया था । इस जहाज के कप्तान Captain Edward J. Smith थे । यह जहाज़ 882 फीट 9 इंच लंबा और 92 फीट 0 इंच चौड़ा और 175 फीट ऊंचा था । टाइटैनिक जहाज को Belfast (Ireland) के Harland ओर Wolff शिपयार्ड में बनाया गया था । इस जहाज के ऊपर तीन मुख्य चिमनिया थी और एक चिमनी सिर्फ उस जहाज का लुक बढ़ाने के लिए लगाई गई थी । कोयला जलकर उसके धुएं को बाहर निकालने के लिए 3 ही चिमनियां काम करती थी । यह जहाज 2,223 यात्रिओ के साथ न्यूयॉर्क शहर के लिए रवाना हुआ था । सभी सुरक्षा के बावजूद भी इस जहाज में पर्याप्त मात्रा में जीवनरक्षक नौका ( Life Boat ) नहीं थे । जिसके कारण 705 लोगों को बचाया गया और 1500 लोग इस दुर्घटना में मर चुके थे ।
आपने RMS टाइटैनिक फिल्म तो कई बार देखी होगी उसमें आपको एक बात तो नोटिस करने को मिल गई होगी , कि किस तरह से लोग Life Boat के लिए लड़ रहे थे तो यही एक कारण था कि उसमें Life Boat की मात्रा काफी कम थी । दोस्तों आपने कभी सुना है कि किसी का अच्छा काम ही उसके लिए खतरा बन जाता है अगर ऐसा नहीं सुना होगा तो RMS टाइटैनिक का उदाहरण ही ले लो क्योंकि RMS टाइटैनिक 1 अत्याधिक गति वाला जहाज था और उसकी अत्याधिक गति ही उसके डूबने की वजह बन गई । दरअसल रात का समय था और रात के समय में वह चट्टाने जहाज से कुछ ही दूर है ऐसी उन्हें चेतावनी मिल गई थी । उसके बावजूद भी इस जहाज की अत्यधिक गति ने वह हिमशिला तोड़ना शुरू कर दिया । यह जहाज काफी बड़ा और अत्याधिक गति का होने की वजह से सही जगह पर मूड नहीं पाया और सीधा बर्फ से जाकर टकरा गया । दोस्तों उस समय टेलीफोन का भी काफी अच्छे से विकास नहीं हुआ था और सामने से आया हुआ संदेशा ठीक से समझने से पहले और जहाज मोड़ ने से पहले ही यह दुर्घटना हो गई थी ।
दोस्तों RMS टाइटैनिक की दुर्घटना एक सबसे बड़ी दुर्घटना मानी जाती है , पर यह दुर्घटना जिन लोगों ने आंखों से देखी थी यानी कि जो दुर्घटना में बच कर वापस आ गए थे । वह आज भी कहते हैं कि , किस तरह से Life Boat के लिए लोग एक दूसरे से लड़ रहे थे । जिसमें कई सारे लोगों को जीवनरक्षक नौका के लिए लड़ाई करनी पड़ी थी । उसके बावजूद भी यह दुर्घटना आज भी लोगों को याद आती है । पर दोस्तों जब RMS टाइटैनिक डूब गया तो उसे डूबने में कम से कम 2 घंटे 40 मिनट का समय लग गया था क्योंकि एक बड़े छेद से पानी जहाज में भर रहा था । टाइटैनिक जहाज में पानी अंदर आना शुरू हुआ था तब 11 : 40 हो गए थे और यह पूरी तरह डूबने में इसे 2 : 20 का टाइम लग गया था । इससे इस जहाज की विशालता का अनुभव आ जाता है ।
2 ] टाइटैनिक डूबने के बाद लोग उसे देखने क्यों जा रहे हैं ?
दोस्तों टाइटैनिक को कुछ लोग अपनी आंखों से उस वक्त तो नहीं देख पाए और कई सारे लोग पैसे देकर टूटे हुए जहाज को देखने के लिए यात्रा कर रहे हैं । जी हां दोस्तों जिस तरह RMS टाइटैनिक टूट कर दो भागों में बिखर गया था , आज वह उस हालत में नहीं है । इसके कई सारे टुकड़े खारे पानी की वजह से गल गए हैं और यह टुकड़े कई जगह पर दूर-दूर तक फैले हुए हैं । यह यात्रा करना कई सारे लोगों का उद्देश्य होता है और कई सारी कंपनियां डूबे हुए RMS टाइटैनिक को देखने के यात्राएं शुरु करना चाहती है ।
दोस्तों टाइटैनिक को देखना हर जहाज प्रेमी या एडवेंचरस का सपना होता है । पर इसका खर्चा और टाइम बहुत ही ज्यादा है । अगर आप ऐसी यात्रा करना चाहते हो तो कई सारी कंपनियां RMS टाइटैनिक दिखाने के लिए पनडुब्बियों का सहारा लेने की सोच रहे हैं । उसमें OceanGate कंपनी भी यह प्लान बना रही है कि 2020 से 21 में किसी भी व्यक्ति के लिए RMS टाइटैनिक दिखाई जाए । पर दोस्तों इसका खर्चा काफी ज्यादा है और अगर एक यात्रा की बात करें तो पूरी यात्रा के लिए एक व्यक्ति के लिए कितना होगा एक अभी तक निर्धारित नहीं हुआ फिर भी 59,680 USD का भुगतान करना होगा । यह एक यात्रा 8 दिन या फिर 10 दिन तक चल सकती हैं । इसमें आप RMS टाइटैनिक को काफी नजदीक से देख सकते हो । हालांकि अब टाइटैनिक के एक या दो ही टुकड़े देखने लायक बच्चे हैं और बाकी का हिस्सा पूरी तरह बैक्टीरिया ने खा लिया है या फिर मलबे में तब्दील हो चुका है । पर इसी को देखने के लिए काफी लोग उत्साहित है ।
OceanGate Submarine में आपको वह नजारा काफी नजदीक से देखने को मिलेगा साथ में 4K कैमरा होने की वजह से आप वह नजारा काफी क्लियर और आंखों देखा देख सकते हो । ऐसा OceanGate का मानना है । OceanGate से जाने वाले व्यक्ति RMS टाइटैनिक का नजारा अंदर पनडुब्बी में बैठकर देखेंगे पर उन्हें जाने से पहले काफी सारा प्रशिक्षण दिया जाएगा या फिर कुछ महत्वपूर्ण बातें भी समझा दी जाएगी क्योंकि यह एक गहरे पानी की यात्रा होगी और कोई भी गड़बड़ या फिर दुर्घटना होने पर यात्रियों को सुरक्षित जगह पर ले जाने के लिए या फिर उनकी जान बचाने के लिए भी काफी प्रशिक्षण दिए जाएंगे ।
3 ] टाइटैनिक डूबने में कुछ गलतियां
1 ) लाइफबोट की कमियां
दोस्तों RMS टाइटैनिक जहाज पर लाइफबोट की भी काफी कमियां थी । जितने लोग थे उनकी मात्रा में कई कम बोट जहाज पर उपलब्ध थे । जिसके कारण लोगों को पर्याप्त मात्रा में लाइफबोट नहीं मिली और लाइफबोट ना होने के कारण काफी सारे लोग एक दूसरे से लड़ने लगे और इससे लाइफबोट भगाने की या फिर किसी भी लाइफ पर चढ़ने की शुरुआत हो गई । जिसके कारण कुछ बोट्स में लोग कम ही बैठ गए और वह बोट्स जहाज से दूर ले गए । जिसके कारण काफी सारे लोगों को जगह होने के बावजूद भी बोट पर नहीं लिया गया और इससे कई सारे लोगों की मौत भी हो गई । मेरे ख्याल से लाइफबोट को जितने लोग हैं उससे ज्यादा ही जहाज पर रखना जरूरी था । इससे कुछ कीमती सामान भी ले लिया जा सकता था या फिर जो लोग पीछे रह गए वह उन बोट से बच जाते ।
2 ) दूरबीन रूम की चाबी खो जाना
दोस्तों RMS टाइटैनिक जहाज में एक रूम थी जिसके अंदर एक दूरबीन रखी गई थी जो कि कप्तान को यह बता देती कि कौन सी चीज या जगह कितनी दूर है और जब यह बर्फ से टकराने वाला था तब यह दूरबीन किसी रूम में बंद थी । जो की चाबी खो जाने के वजह से निकालना असंभव था । इससे कप्तान को दूरी का अंदाजा नहीं आया और अंदाजे से पहले ही RMS टाइटैनिक बर्फ से टकराकर उसमें छेद हो गया और वह डूब गया हालांकि वह दरवाजा तोड़ दिया जाता है या फिर अन्य तरीकों से वह दूरबीन पाई जाती तो हादसा इतना बड़ा नहीं होता ।
4 ] RMS टाइटैनिक को बचाने के लिए क्या किया जा सकता था ?
वैसे तो कई सारे कारण हमें मिल जाते हैं जो कि टाइटैनिक डूबने के लिए कारण बनते है । मगर RMS टाइटैनिक बचाने के लिए कुछ ऐसे फैसले भी लेने पड सकते थे जो कि संभव नहीं थे । जैसे कि रात के समय में RMS टाइटैनिक का स्पीड कम रखा जा सकता था , जिसके कारण वह बर्फ की हीमशिला उससे कम मात्रा में टकराती या फिर टकराती ही नहीं । अगर लोगों द्वारा वहां पर मारपीट के बजाय उन्होंने उस जहाज के कुछ हिस्से निकाल दिए होते जिस पर बैठकर भी कुछ यात्री जा सकते थे या फिर जो ज्यादा वजन वाली चीजे है , वह पानी में फेंक दी जाती तो भी उस जहाज का वजन कम होता और उससे काफी सारे लोगों को बचने का टाइम मिल पाता ।
दोस्तों टाइटैनिक का तो पता नहीं पर अभी के एडवांस जहाज जहां पर काफी बार यह देखने को मिलता है कि कई सारे धातु एकत्र करके उसके द्वारा जहाज का बाहरी ढांचा बनाया जाता है । पर RMS टाइटैनिक में ऐसा नहीं था उससे कहीं पर स्टील का तो कहीं पर लोहे का इस्तेमाल किया हुआ था । 1911-12 में इतनी एडवांस टेक्नोलॉजी नहीं थी फिर भी उसे काफी मजबूत भी माना जाता था । दोस्तों उस जहाज का वजन भी काफी सारे ऐसी चीजों से बढ़ गया था जिनकी जरूरत जहाज पर नहीं थी जैसे कि लोहे के किले । जी हां दोस्तों कीले जो होते हैं वह कई सारे चीजों को एक साथ बांध कर रखते हैं और वही किले इस जहाज में इतने सारे इस्तेमाल कर दिए थे जो कि आम आदमी सोच भी नहीं सकता । दोस्तों उस वक्त आज की टेक्नोलॉजी और वेल्ड मटेरियल नहीं था । तो चीजें एकत्रित चिपकाने के लिए किलो का ही इस्तेमाल किया जाता था । और उन्हीं किलो का वजन ज्यादा होने के कारण जहाज जल्दी डूब गया । वैसे इसके साथ बाकी कि भी कई सारी चीजें जहाज पर थी , जैसे कि 1 एक्सट्रा चिमनी और बड़ी बड़ी सीढ़ियां , स्विमिंग पूल आदि
5 ] क्या अब RMS टाइटैनिक का मलबा बाहर निकाला जा सकता है ?
दोस्तों इस सवाल का जवाब यही होगा कि यहां RMS टाइटैनिक का मलबा बाहर निकाला नहीं जा सकता है । हालांकि टाइटैनिक न्यूफ़ाउंडलैंड, कनाडा के तट से लगभग 600 किमी के अंदर 3,800 मीटर नीचे तक डूब चुका है । पर दोस्तों आज की जो टेक्नोलॉजी है या फिर वाहतुक व्यवस्था है उसके द्वारा यह संभव है । कई सारे ऐसे जेट है जो कि RMS टाइटैनिक का जो बचा हुआ मलबा है वह बाहर निकाल सकते हैं । पर इसके लिए एक या दो जेट को इस्तेमाल करके कोई फायदा नहीं होगा । इसके लिए कई सारे जेट एकत्रित करके वह RMS टाइटैनिक का मलबा निकाला जा सकता है । पर इसके लिए 3 किलोमीटर से भी लंबी और मजबूत लोहे की रस्सियां होना भी जरूरी है जो कि वह मलबे को एकत्रित बांध सके और एक भी रस्सी टूटी तो इससे वह मलबा नीचे गिर सकता है या फिर ऊपर जेट के साथ कोई दुर्घटना हो सकती है । पर अगर यह कर लिया तो भी वह मलबा समुंदर से ऊपर उठाना होगा और 600 से 650 km तक दूर ले जाना होगा । तब जाकर वह जमीन पर पोहोंच जाएगा । क्युकी वह RMS टाइटैनिक का बचा हुआ मलबा Newfoundland के तट से 600 Km south-southeast North Atlantic Ocean में है ।
दोस्तों वैसे तो RMS टाइटैनिक का मलबा बाहर निकालने की कोई सोचता भी नहीं है क्योंकि यह वजन में काफी मात्रा में बड़ा है । पर अगर बात करें तो यह मलबा कुछ ही साल तक समुंदर में रहेगा क्योंकि RMS टाइटैनिक का जो मलबा है वह काफी जल्दी समुंदर के बैक्टीरिया खा रहे हैं और प्रतिदिन 180 से 200 किलो तक मलबा बैक्टीरिया खा ही रहे हैं । इसलिए अब RMS टाइटैनिक को बाहर निकालने का प्रयास करना काफी दूर की बात है । वैसे भी समुंदर के नीचे 3 किलोमीटर के अंदर अगर आप किसी भी व्यक्ति को भेजोगे तो उसका हाल भी काफी बुरा हो जाएगा क्योंकि वहां पर काफी कम तापमान होता है । और भी कई सारी परेशानियां हो जाती है ।
दोस्तो इस पोस्ट में हमने जाना कि " टाइटैनिक डूबने का इतिहास / टाइटैनिक डूबने के बाद लोग उसे देखने क्यों जा रहे हैं ? टाइटैनिक डूबने में कुछ गलतियां ? RMS टाइटैनिक को बचाने के लिए क्या किया जा सकता था ? क्या अब RMS टाइटैनिक का मलबा बाहर निकाला जा सकता है ? "
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