Internet से Free Tools , Service , App aur Website इस्तेमाल करने के नुकसान

 नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार पर मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । आज के पोस्ट का टाइटल देखकर आपको पता चल ही गया होगा कि आज हम किस विषय पर बात करेंगे । दोस्तों आज हम बात करेंगे कि इंटरनेट पर जो भी वेबसाइट या टूल्स फ्री में इस्तेमाल कर किए जाते हैं या फिर कंपनी हमें फ्री में टूल्स इस्तेमाल करने को देती है उसके पीछे का कारण क्या होता है या फिर यूजर को किस तरह से फायदे या नुकसान हो जाता है । इससे रिलेटेड आज का यह पूरा आर्टिकल में आपके लिए लेकर आया हूं । दोस्तो इंटरनेट पर ऐसे कई सारे ऐसे टूल्स , गैजेट ,कोड या फिर वेबसाइट होती है जो कि हम इंटरनेट इस्तेमाल करते वक्त फ्री में इस्तेमाल करते हैं । पर अगर आप ध्यान दो तो इस फ्री टूल्स इस्तेमाल करने की भी लिमिट होती है और अगर आप उस कंपनी या वेबसाइट की टर्म एंड कंडीशन बिना पढ़े ही एक्सेप्ट कर लेते हो तो आपको आगे जाकर काफी सारे नुकसान उठाने पड़ते हैं । जी हां दोस्तों अब हाल ही का एक उदाहरण ले लीजिए अगर आपने एक न्यूज़ हाल ही की सुनी हो तो आपको पता चल जाएगा कि कुछ ही दिनों पहले गूगल ने अपना ब्लॉक्स्पॉट का प्लेटफार्म बेच दिया है और उस पर अब गूगल का कोई भी अधिकार नहीं रहा है अब वह ब्लॉक्स्पॉट जो भी कोई कंपनी या फिर नया ऑनर खरीद लेगा वह डिसाइड करेगा कि उसे बाकी यूजर के लिए फ्री में देना है या फिर वह सर्विस Payable कर देनी है या फिर कौन से ब्लॉक हटाने है यह भी वह नया ओनर ही डिसाइड करता है । इससे आपको यह पता चलेगा कि किस तरह से फ्री टूल्स इस्तेमाल करने के नुकसान उठाने पड़ते हैं अगर आपको यह जानना है तो मैंने इस पर भी एक आर्टिकल वेबसाइट पर पब्लिश्ड कर दिया है जो कि आप यहां पर क्लिक करके पढ़ सकते हो । इस पोस्ट द्वारा हम जानेंगे कि

What are Paid websites on the Internet? Disadvantages of using free applications? Disadvantages of using free tools? Harm from free tools

इंटरनेट पर Paid वेबसाइट कौन-कौन सी है ?

◆◆ फ्री एप्लीकेशन इस्तेमाल करने के नुकसान

◆◆◆ फ्री टूल्स इस्तेमाल करने के नुकसान

◆◆◆◆ फ्री टूल्स से नुकसान ना हो इसके लिए क्या करें ?



1 ] इंटरनेट पर Paid वेबसाइट कौन-कौन सी है ?

दोस्तों जब भी आप इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को विजिट करते हो तो आपको हर एक वेबसाइट में विजिट होने के लिए कोई चार्ज तो नहीं पड़ता है और वह वेबसाइट पूरी तरह से आपके लिए फ्री होती है । पर जब भी आप किसी वेबसाइट पर अकाउंट बनाते हो और ऐसी कुछ वेबसाइट पर आपको जब कुछ अपलोड करना हो या फिर स्टोर रखना हो तो उसके लिए आपको चार्ज जरूर लगता है । अगर बात करें इसी वेबसाइट पर कुछ सैक्योरली स्टोर रखने की तो MediaFire website अच्छी वेबसाइट मानी जाती है और बहुत सारे ब्लॉगर , यूट्यूबर , एप डेवलपर मीडिया फायर वेबसाइट पर पूरी तरह से निर्भर रहते हैं । ऐसे और भी कुछ वेबसाइट है जो कि फाइल्स या एप्लीकेशन इंटरनेट पर स्टोर रखने के लिए या फिर उस एप्लीकेशन या फाइल का एक प्रॉपर लिंक लोगों तक पहुंचाने के लिए तैयार कर देती है और ऐसी वेबसाइट का भी लिमिटेड स्पेसी यूजर के लिए फ्री रहता है और Pro यूजर फिर बिजनेस यूजर के लिए अलग चार्ज पड़ता है जो कि करीब महीने का $40 तक होता है ।


अब अगर आप किसी बिजनेस हेतु या फिर वेबसाइट बनाने के लिए किसी वेबसाइट पर होस्टिंग के लिए या फिर डोमेन के लिए निर्भर रहते हो या फिर किसी वेबसाइट द्वारा वह होस्टिंग खरीद लेते हो तो आपको उसका भी चार्ज देना पड़ता है और मेरे ख्याल से ₹800 से डेढ़ हजार या ₹2000 1 साल के लिए कम से कम चार्ज ऐसी वेबसाइट आप से ले लेती है और अगर ऐसी वेबसाइट से आपका डाटा लीक होता है या फिर वह वेबसाइट अपनी सर्विस बंद कर देती है तो वह वह वेबसाइट आपका पूरा चार्ज वापस करती है इसलिए कोई भी सर्विस या टू इस्तेमाल करते वक्त फ्री टूल आपको काफी कम समय के लिए मिल जाते हैं और वही बात करें उस टूल्स के लिए पैसे देने की या फिर वह टूल्स खरीद लेने की तो अगर आप किसी भी वेबसाइट द्वारा कुछ लिमिटेड टाइम के लिए खरीद सकते हो और वह कंपनी आपको पूरी तरह से सर्विस ना दे तो वह आपको जितना भी खर्चा हुआ है वह रिटर्न कर देती है या फिर किसी दूसरी कंपनी को आपकी वह सर्विस देकर रिप्लेस कर देती है । शुरुआती दिनों में डोमेन खरीदते वक्त मुझसे भी कुछ उसी तरह की गलती हुई थी तो कंपनी ने पैसे वापस ना देकर मुझे दूसरा डोमेन सजेस्ट करने को कहा था जो कि आज भी मैं इस्तेमाल करता हूं तो यह फर्क होता है फ्री सर्विस और पैड सर्विस के टूल्स में ।


अगर बात करें एक ब्लॉगर की तो गूगल ने तो अपना ब्लॉक्स्पॉट पूरी तरह से बेच दिया है और यह भी एक फ्री टूल्स ही था जो कि यूज़र कोई भी एक गूगल अकाउंट बनाकर उससे ब्लॉक्स्पॉट द्वारा वेबसाइट बना पाता था । पर दूसरी ओर देखा जाए तो वर्डप्रेस में ऐसा नहीं है । आपको शुरुआती दिनों में ही थीम्स , डोमेन , प्लगइन जैसी चीजों के लिए पैसे खर्च करने होते हैं और उसके बाद ही आप वर्डप्रेस द्वारा दी गई सर्विस को इस्तेमाल कर सकते हो और वर्डप्रेस अपना कोई भी कॉपीराइट किसी कंपनी को बेचता है या फिर कुछ उसमें चेंज करता है तो वर्डप्रेस यूजर के लिए उसे कोई ज्यादा नुकसान तो नहीं होगा । पर अगर बात करें ब्लॉगर की तो ब्लॉक्स्पॉट एक फ्री टूल्स था और वह सर्विस अगर कंपनी बंद कर देता है । तो इससे कई सारे ब्लॉगर को नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि वह कई सालों से ब्लॉगर कि सर्विस को फ्री में ही इस्तेमाल करता आ रहा होता है और इसके लिए कंपनी अगर कोई भी चार्ज ना ले तो वह कंपनी उस प्लेटफार्म को बंद कर सकती है और वह प्लेटफार्म फ्री होने की वजह से उस पर कोई भी ब्लॉगर या यूजर एक्शन नहीं ले सकता है ।


दोस्तों इंटरनेट पर ऐसे बहुत सारे एटीन प्लस वेबसाइट है जो कि आप फ्री में ही इस्तेमाल कर सकते हो , उस पर दिए गए कंटेंट डाउनलोड कर सकते हो या फिर अपलोड कर सकते हो । पर दोस्तों कई सारे ब्रांडेड वेबसाइट है जो कि ऐसे फ्री कंटेंट डाउनलोड करने का ऑप्शन प्रोवाइड नहीं करती है अगर आपको कोई भी कंटेंट डाउनलोड करना है तो सबसे पहले उस वीडियो के ऊपर दिए गए एड्स देखने होते हैं या फिर अकाउंट बनाकर कुछ मंथली या फिर एक वीडियो के लिए चार्ज देना पड़ता है । तभी वह कंटेंट डाउनलोड हो पाता है । तो दूसरे और फ्री वेबसाइट भी होती है जो कि ऐसे एटीन प्लस कंटेंट फ्री में डाउनलोड करने का भी ऑप्शन प्रोवाइड करती है । तो इससे आपको दोनों तरह की वेबसाइट में यानी फ्री टूल्स वेबसाइट और पेड़ टूल्स का अंतर साफ साफ नजर आ जाएगा कि फ्री टूल्स जो भी यूजर इस्तेमाल करता है वह अपनी मर्जी से कोई भी काम उस वेबसाइट पर नहीं कर सकता है या फिर कंपनी कि गलत डिसीजन होने पर कोई भी एक्शन नहीं ले सकता है । पर पेड़ टूल्स इस्तेमाल करते वक्त उसे वह पूरे राइट्स मिल जाते हैं और उसके द्वारा वह अपने दिए गए पैसे वापस भी पा सकता है । इसके लिए कोई भी यूजर हो उसे उस वेबसाइट के टर्म एंड कंडीशन जरूर पर लेनी चाहिए ।


दोस्तों आजकल फेसबुक तो बहुत सारे यूज़र इस्तेमाल करते हैं और फेसबुक भी एक फ्री वेबसाइट ही है जो कि यूजर बिना किसी चार्ज के इस्तेमाल कर सकता है पर अगर देखा जाए तो फेसबुक के पास पूरा राइट्स होता है कि वह अपनी कंपनी किसी को बेच दे या फिर वह सर्विस , पेड़ सर्विस में कन्वर्ट करें यह सारे राइट्स कंपनी के पास होते हैं और भविष्य में अगर अपने राइट्स में चेंज करें तो फेसबुक भी आपको पेड़ ही इस्तेमाल करना पड़ सकता है या फिर उसका भी मंथली चार्ज देना पड़ सकता है । पर हाल ही की बात करें तो फेसबुक अभी तो फ्री ऑफ चार्ज है तो आप इसे फ्री में ही इस्तेमाल कर सकते हो ।


2 ] फ्री एप्लीकेशन इस्तेमाल करने के नुकसान

दोस्तों गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे बहुत सारे एप्लीकेशन है जो कि यूजर फ्री में ही इस्तेमाल कर सकता है । जिसमें अगर बात करें तो व्हाट्सएप , फेसबुक , टि्वटर इंस्टाग्राम , टेलीग्राम ऐसे बहुत सारे एप्लीकेशन है जो कि आप फ्री में ही इस्तेमाल कर सकते हो । पर दोस्तो फ्री एप्लीकेशन जबतक फ्री में है तबतक यूजर को कोई नुकसान नहीं होता है । पर जब वही एप्लीकेशन पैड वर्जन में यूजर को डाउनलोड करना पड़ता है तब वह पर फायदा नहीं होता है । ऐसा मुझे लगता है , क्योंकि कंपनी के पास उस एप्लीकेशन में बदलाव करने के सभी राइट्स मौजूद होते हैं तो इससे भी आपको सेम उसी तरह से नुकसान होगा जिस तरह से आपको फ्री वेबसाइट टूल्स इस्तेमाल करते वक्त होता है । हालांकि वेबसाइट या फिर एप्लीकेशन पर लगाए हुए एड द्वारा ही कंपनी या फिर एप्लीकेशन पैसा कमाता है पर अगर कोई सरकार उस एप्लीकेशन को बंद कर दे या फिर बैन करके वह एप्लीकेशन उस देश से हटाए तो आपका उस ऐप पर सबमिट किया हुआ डाटा या फिर फाइल्स वह एप्लीकेशन फ्री होने की वजह से पूरी तरह से हटाए जा सकते हैं या फिर डिलीट कर दिए जा सकते हैं । 


अगर बात करें और एक फ्री एप्लीकेशन की तो टिकटॉक भी कुछ उसी तरह का फ्री एप्लीकेशन था जिसका आपको कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता था । पर जिस तरह टिकटॉक इंडिया में बैन हो गया तो उस बैन के साथ साथ आपका वह वीडियो डाटा जो आपने टिक टॉक पर अपलोड किया था वह भी पूरी तरह से हट गया या फिर डिलीट हो गया है और आप उसे दोबारा से नहीं पा सकते हो अगर फ्री टिक टॉक की जगह कोई पैड वीडियो शेयरिंग एप्लीकेशन होता तो वह एप्लीकेशन आपको वह बैन होने से पहले ही यह सुझाव देंता कि आपको उस एप्लीकेशन पर सबमिट किया हुआ डाटा पहले ही डाउनलोड कर लेना चाहिए पर टिक टॉक फ्री होने की वजह से आपको कोई भी सुझाव एप्लीकेशन या एप्लीकेशन ऑनर ने नहीं दिया और उसी वजह से आपका अपलोड किया हुआ डाटा डिलीट हो गया ।


दोस्तों गूगल ने भी अपना गूगल प्लस सर्विस कुछ साल पहले इसी तरह से बंद कर दिया था पर गूगल हमेशा ही अपने यूजर का काफी ख्याल रखता है और उसी को ध्यान में रखकर गूगल ने उस वक्त सारे गूगल प्लस यूजर को यह सुझाव दिया था कि गूगल प्लस अकाउंट पर अपलोड किया हुआ डाटा गूगल प्लस यूजर्स को डाउनलोड कर लेना है और गूगल प्लस अकाउंट कब से डीएक्टिवेट हो जाएगा यह भी यूजर को पहले से ही बता दिया था । पर टिक टॉक में ऐसा नहीं हुआ क्योंकि टिक टॉक का जो बैन था वह काफी जल्दबाजी में हो गया था और यह बैन टिकटोक ओनर की ओर से नहीं था यह तो आपको पता ही है कि इसे इंडिया में इंडियन गवर्नमेंट द्वारा बैन कर दिया । तो आपको यहां पर पता चल गया होगा कि फ्री टूल्स एप्लीकेशन या फिर वेबसाइट इस्तेमाल करते वक्त आपको अपने डेटा का भी ख्याल खुद से रखना जरूरी है ।


3 ] फ्री टूल्स इस्तेमाल करने के नुकसान

दोस्तों ब्लॉगर एक फ्री Tool या सर्विस था जो कि यूजर को अपनी इंफॉर्मेशन लोगों तक पहुंचाने में मदद करता था उसी तरह मीडिया फायर वेबसाइट भी अपनी फाइल स्टोर रखने के लिए एक टूल्स ही है पर कभी आपके मन में यह ख्याल आता है कि वह कंपनी सर्विस बंद कर दे तो आपके डाटा का क्या होगा । दोस्तों जब भी कंपनी आपके अकाउंट को बैन कर देती है या फिर उस एप्लीकेशन को प्ले स्टोर से हटाती है तो आप के सबसे बड़ा नुकसान यही होता है कि आपका भी डाटा पूरी तरह मिटाया जाता है या फिर डिलीट कर दिया जाता है । पर दोस्तों इसके अलावा कोई भी ओपन सोर्स वेबसाइट को विजिट करते हो तो आपका उतना ज्यादा नुकसान नहीं होता है । फ्री टूल्स इस्तेमाल करने का यही तो कारण है कि आपका डाटा और पैसा दोनों बर्बाद हो जाते हैं । अब पैसा किस तरह से बर्बाद होता है इसका एक सिंपल सा उदाहरण मैं दे देता हूं । अगर आप कोई ब्लॉगर हो और वह कंपनी आपको फ्री सर्विस प्रोवाइड करती है या फिर आप उस कंपनी का या सर्विस का प्रो वर्जन खरीदते हो और कुछ दिनों बाद या सालों बाद वह सर्विस कंपनी अचानक से बंद कर देती है तो आप की बनाई उस वेबसाइट के लिए आप सबसे ज्यादा मेहनत करते हो । साथ में डोमेन और होस्टिंग भी खरीदते हो तो वह पैसा और टाइम भी बर्बाद हो जाता है । तो यह कुछ नुकसान आपको फ्री एप्लीकेशन टूल्स या वेबसाइट के हो सकते हैं । हालांकि साधारण इंटरनेट यूजर ऐसे टूल्स या वेबसाइट का इस्तेमाल नहीं करते हैं पर जो भी कुछ नए ब्लॉगर डेवलपर या फिर नया नया बिजनेस शुरू करने वाले लोग वह सर्विस जांचने के लिए या फिर देखने के लिए भी कुछ दिनों के लिए किसी वेबसाइट की टूल्स की खरीदारी कर ही देते हैं और यहां पर उनका नुकसान हो जाता है ।


4 ] फ्री टोल से नुकसान ना हो इसके लिए क्या करें ?

दोस्तों फ्री टूल्स द्वारा आपका नुकसान ना हो इसके लिए आपको यह सुनिश्चित करना है कि वह वेबसाइट ट्रस्टेड है या नहीं । अगर काफी सारे लोगों द्वारा आपको यह सुझाव मिलता है कि वह वेबसाइट अकाउंट बनाने के लिए या फिर फाइल्स अपलोड करने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है तो ही आप उस फ्री टूल्स या वेबसाइट का इस्तेमाल करें । साथ में उस वेबसाइट की टर्म एंड कंडीशन या फिर प्राइवेसी पॉलिसी को एक्सेप्ट करने से पहले जरूर पढ़ ले कि उस कंपनी के क्या रूल्स है । अगर आपको उस वेबसाइट के प्राइवेसी पॉलिसी में कुछ इस तरह का नजर आता है जो कि आपको नुकसानदायक हो जिसमें यह लिखा हो कि कंपनी या वेबसाइट उनकी पॉलिसी प्राइवेसी कभी भी चेंज कर सकती है तो ऐसे वेबसाइट पर आप पूरा भरोसा ना रखें । उसके जैसी कुछ और वेबसाइट की जांच करें और उस पर अपना काम शुरू करें ।


जैसे कि अगर यहां पर एक उदाहरण के तौर पर बता दूं तो शुरुआती दिनों में आपको किसी भी वेबसाइट द्वारा अपनी वेबसाइट बनाने के लिए या फिर होस्टिंग खरीदने के लिए कुछ पैसे ज्यादा जा रहे हैं तो आप पैसों का ख्याल रखें । शुरुआती दिनों में आप सीखने के लिए फ्री टूल्स का इस्तेमाल करें । अगर आप कोई भी चीज प्रॉपर तरीके से सीख गए तो उस फ्री टूल्स का इस्तेमाल करना छोड़ दें और प्रॉपर तरीके की वेबसाइट इस्तेमाल करना शुरू कर दें । अगर मैं कहूं तो आप कोई भी टूल्स इस्तेमाल करते वक्त या फिर ब्लॉगिंग शुरू करते वक्त ब्लॉगर का इस्तेमाल करें और आपको ब्लॉग का पूरा नॉलेज आ जाने पर अपना ब्लॉग पूरी तरह वर्डप्रेस पर शिफ्ट या फिर रिप्लेस कर दे ।


अगर कोई भी एप्लीकेशन इस्तेमाल करते हो जिसमें आपको फेमस होने संभावना है तो आप एप्लीकेशन पर कोई भी फाइल अपलोड करने से पहले उसका एक बैकअप फाइल ले या फिर अपने फोन में वह फाइल भी डाउनलोड करके स्टोर रखें और उसके बाद ही उस एप्लीकेशन पर वह फाइल अपलोड करें । साथ में किसी भी ऐप पर फाइल अपलोड करने से पहले उसे दो से तीन एक एप्लीकेशन पर भी शेयर या फिर अपलोड करें इससे आपको फायदा यह होगा कि एक एप्लीकेशन बंद होने के बाद भी आपकी वह फाइल दूसरे एप्लीकेशन या अकाउंट पर मौजूद रहेगी । इससे आपकी फाइल भी स्टोर रहेगी और आप फेमस भी ज्यादा हो जाओगे ( यहां पर बात टिक टॉक या फिर Mitron एप्लीकेशन जैसे एप्लीकेशन यूजर के लिए हो रही है )


दोस्तो इस पोस्ट में हमने जाना कि " इंटरनेट पर Paid वेबसाइट कौन-कौन सी है ? फ्री एप्लीकेशन इस्तेमाल करने के नुकसान ? फ्री टूल्स इस्तेमाल करने के नुकसान ? फ्री टूल्स से नुकसान "


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