नमस्कार दोस्तों , मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM कर आपका फिर से स्वागत है । दोस्तों पिछले एक पोस्ट में हमने सिम कार्ड के पीछे के 19 आंकड़ों का क्या मतलब या फिर राज क्या होता है उसके बारे में बात की थी । उसके बाद मुझे अभी सारे कमेंट आ गए कि डेबिट कार्ड के पीछे के नंबर का कुछ राज होता है तो वह बता दीजिए । तो दोस्तों हर एक कार्ड के नंबर के लिए कुछ राज तो जरूर होता ही है । जैसे कि आधार कार्ड , पैन कार्ड , एटीएम कार्ड क्रेडिट कार्ड या फिर डेबिट कार्ड या फिर हमारा घर का राशन कार्ड हो या फिर अन्य कोई भी कार्ड हो उनपर नंबर का कुछ ना कुछ राज जरूर होता ही है और यह राज कुछ इस तरह से होता है कि वह व्यक्ति की पहचान हो सके और उसकी लोकेशन का अंदाजा भी आ सके । इसीलिए वह आंकड़े काफी महत्वपूर्ण होते हैं तो अगर आपको भी किसी कार्ड के आंकड़ों का राज पता करना है या फिर जाना है तो मुझे कमेंट जरूर करें । दोस्तों आज हम देखेंगे डेबिट कार्ड के पीछे के नंबर का क्या राज होता है । साथ में आपको क्या कुछ नया और इंटरेस्टिंग जाने को मिलेगा इसके बारे में भी मैं आपको बता देता हूं ।
◆ डेबिट कार्ड के पीछे के नंबर का राज क्या होता है ?
1 ] डेबिट कार्ड के पीछे के नंबर का राज क्या होता है ?
दोस्तों आज का जो जमाना है वह है ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और डिजिटलाइजेशन का है । तो ऐसे में अगर आपको या किसी भी कार्ड धारक को ऑनलाइन पेमेंट करनी हो या फिर ट्रांजैक्शन करना हो तो डेबिट कार्ड का बहुत ही उपयोग होता हुआ हमको देखने को मिलता है । पर दोस्तों हर एक कार्ड के लिए एक यूनिक नंबर होता है और हर एक नंबर का अलग ही राज उस कार्ड पर छुपा हुआ होता है । तो आपको अगर ऐसा कोई कार्ड मिल जाता है या फिर आप खुद का भी कार्ड देखते हो तो आपको ऐसे कुछ नंबर देखने को मिलते हैं । दोस्तों यह जानकारी सिर्फ आपकी नॉलेज जाने की ज्ञान बढ़ाने के लिए है इसका दुरुपयोग ना करें और ना ही दूसरों का डेबिट कार्ड का इंफॉर्मेशन जानने की कोशिश करें । क्योंकि आप वह डेबिट कार्ड किसका है या फिर इस तरह से उसे इस्तेमाल किया जाता है जान भी नहीं सकते हो । अब मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं यह आखिर में बताऊंगा । तो दोस्तों चले शुरू करते हैं और देखते हैं कि डेबिट कार्ड के उन आंकड़ों का राज क्या होता है |
दोस्तों इस डेबिट कार्ड के ऊपर 16 आंकड़े प्रिंटेड होते हैं और उसमें से छह आंकड़े Issuer Identification के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं और अगले जो 9 आंकड़े hote हैं वह खाताधारक के आईडेंटिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं और लास्ट का 1 आंकड़ा रह जाता है वह कार्ड वैलिड है या नहीं यही जानने के लिए होता है । इसमें 16 आंकड़ों में से हरे क आंकड़ों का अलग ही एक मतलब निकलता है तो चले दोस्तों इन आंकड़ों का हम परीक्षण करते हैं और जान लेते हैं कि किस तरह से यह आंकड़े आपके डेबिट कार्ड को सिक्योर रखते हैं और आपका लेनदेन काफी सावधानी से करते हैं ।
दोस्तो आपके डेबिट कार्ड के ऊपर जो फर्स्ट यानी पहला नंबर होता है वह उस इंडस्ट्री को दर्शाता है जिसने वह कार्ड जारी किया है । इस नंबर को MII नंबर भी कहा जाता है । जिसे Major Industry Identifier भी कहा जाता है और यह बैंक पेट्रोलियम इंडस्ट्रीज और एयरलाइन के लिए अलग अलग होता है इससे उस कार्ड की पहचान काफी आसानी से हो जाती है ।
दोस्तों यह तो हो गए MII यानी Major Industrial Identification नंबर । दोस्तों पहले नंबर से आप पता कर सकते हो कि वह किस इंडस्ट्रियल ने तैयार किया है । पर दोस्तों इस नंबर के साथ और भी पांच अगले नंबर होते हैं जिसे Issuer Identification Number (IIN) कहा जाता है अब यह नंबर आपको अपने कार्ड में देखने को मिल ही जाते हैं । जो भी कंपनी वह कार्ड जारी करती है उसे यह नंबर दर्शाता है ।
अगले सातवें नंबर से लेकर 15 नबर तक जो कार्ड पर नंबर होते हैं वह आपके बैंक अकाउंट से लिंक होते हैं यानी उस नंबर से बैंक वाले यह पता लगा सकते हैं कि उस नंबर का कौन सा बैंक अकाउंट नंबर है । दोस्तों यह नंबर बैंक अकाउंट से उसे मिलते जुलते नहीं होती है यह नंबर बैंक अकाउंट से अलग होते हैं । मगर बैंक से लिंक होने की वजह से उस नंबर से बैंक नंबर का पता लगा सकते हैं ।
दोस्तों अगला एक लास्ट नंबर जिसे चेक डिजिट (CD) नंबर भी कहा जाता है । वह नंबर यह दर्शाता है कि वह कार्ड अभी वैलिड है या नहीं क्योंकि जब आपके कार्ड की वैलिडिटी खत्म होती है तो बैंक वाले आपको दूसरा कार्ड दे देते हैं जहां पर वैलिड नंबर अलग होता है और कार्ड जारी करने वाली कंपनी ही वह निश्चित करती है कि वह कार्ड कब तक वैलिड रहेगा और उसकी वैलिडिटी खत्म होने के बाद उस जगह दूसरा नंबर ऐड हो जाता है और आपको नए नंबर से कार्ड मिल जाता है ।
अपने ख़िलाफ़ बातें खामोशी से सुन लो , यकीन मानो वक़्त बेहतरीन जवाब देगा । OKTECHGALAXY.COMN / Motivation
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