नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । दोस्तों हमने कोरोना वायरस से रिलेटेड कई सारे आर्टिकल देखे और जानने की कोशिश की , कि किस कोरोना के इंफेक्शन दिखते हैं और इससे बचने के लिए क्या कुछ करना पड़ सकता है । साथ में हमने पिछले एक आर्टिकल में भी देखा था कि थर्मामीटर गन से किस तरह से कोरोना का पता लगता है । तो दोस्तों हाल ही में एक प्लाज्मा थेरेपी आ चुकी है जो कि और कोरोना इलाज करने के लिए काफी कारगर मानी जा रही है । पर यह कितना सही है और इससे क्या कुछ बदलाव होंगे इसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में काफी विस्तार से जानेंगे ।
दोस्तों कोरोना यानी कि कोविड-19 से बचने के लिए वैज्ञानिक और डॉक्टर कई सारे नए नए तरीके आजमा रहे हैं और ऐसे में उन्हें लगता है कि यह प्लाज्मा थेरेपी कोरोनावायरस से लड़ने के लिए काफी कारगर साबित होगी । क्योंकि यह थेरेपी 2002–3 में सार्स से लड़ने के लिए इस्तेमाल हो चुकी है और यह उस टाइम भी काफी कारगर साबित हो चुकी थी । तो यही थेरेपी कोरोनावायरस में इस्तेमाल की जा रही है । अब यह क्या है और किस तरह से काम करती है इसे हम काफी विस्तार से आगे जानेंगे । तो सबसे पहले आप इस आर्टिकल से क्या जानोगे
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Plazma Therepy |
◆ प्लाज्मा थेरेपी क्या है ?
◆◆ प्लाज्मा थेरेपी कैसे काम करती हैं ?
◆◆◆ प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना से बचा जा सकता है ?
1 ] प्लाज्मा थेरेपी क्या है ?
दोस्तों जब कोई कोरोना का मरीज पूरी तरह से ठीक हो कर तैयार हो जाता है तो उसके इम्यून सिस्टम में काफी ज्यादा चेंज हो जाते हैं और वह व्यक्ति कोरोना के रोग से लड़ने में पूरी तरह से सक्षम हो जाता है और ऐसे व्यक्ति का खून में से प्लाज्मा निकाल कर उसे दूसरे व्यक्ति के या फिर कहें और ना संक्रमित व्यक्ति के खून में मिलाया जाता है और उसे ही प्लाज्मा थेरेपी कहा जाता है । जब कोई कोरोनावायरस व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो जाता है तो उसे पूरी तरह ठीक होने में 3 हफ्ते का समय लगता है और उसके बाद ही उसके खून में से प्लाज्मा को निकाल कर कोरोनावायरस व्यक्ति के शरीर में दाखिल किया जाता है ।
2 ] प्लाज्मा थेरेपी कैसे काम करती हैं ?
दोस्तों जब प्लाज्मा थेरेपी से किसी व्यक्ति का इलाज करने की बात की जाए तो आपको बता दूं कि कोरोनावायरस से ठीक हुए व्यक्ति का खून में से 400ml के करीब खून में से प्लाज्मा निकाला जाता है और उसे अलग अलग रखा जाता है और इसी 400ml प्लाज्मा का ही इस्तेमाल प्लाज्मा थेरेपी में किया जाता है । जब कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से लड़कर पूरी तरह ठीक होता है तो उसका स्वास्थ्य पहले से ज्यादा सुधर जाता है क्योंकि उसका शरीर से वायरस से लड़ने के लिए काफी मजबूत हो जाता है और वह उस मजबूती का असर उसके खून में दिखाई देता है और इसीलिए यह थेरेपी काफी कारगर मानी जा रही है ।
3 ] प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना से बचा जा सकता है ?
दोस्तों प्लाज्मा थेरेपी से इस वायरस से बचना थोड़ा बहुत संभव है और इसका उपयोग सार्स में भी हो चुका है क्योंकि यही एक तकनीक है जो कि सबसे अच्छी और काफी कारगर मानी जा रही है । जब इस कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति का शरीर से प्लाज्मा निकाला जाता है तो उसे काफी ज्यादा मात्रा में न्यूट्रिशन दिया जाता है । ताकि उस व्यक्ति के कोरोना से लड़ने की क्षमता कम ना हो और उसका खून दूसरे व्यक्ति के शरीर में चढ़ाया जाता है क्योंकि ऐसे खून में वायरस से लड़ने की क्षमता काफी ज्यादा अधिक होती है और इससे और हमारी पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं । पर यह कोई प्रॉपर या पूरी तरह से कारगार तरीका अभी तक तो माना जाना सही नहीं है । क्युकी अभी तक कोरोना के लिए सही दवा नहीं है । हालाकि प्लाज्मा थेरेपी ने सार्स से लड़ने में मदद की थी पर उस Virus में और कोरोना में बहोत सारा फर्क है ।
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