गूगल डाटा स्ट्रक्चर क्या है ? Vacabulary.org क्या है ? गूगल डाटा स्ट्रक्चर की जरूरत गूगल को क्यों पड़ी ? गूगल डाटा स्ट्रक्चर कैसे इस्तेमाल करें ?

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । दोस्तों अगर आप एक ब्लॉगर हो और वेबसाइट पर ब्लॉग लिखकर पब्लिश करते हो तो आपको एक बार गूगल का डाटा स्ट्रक्चर भी इस्तेमाल करके देखना चाहिए । अब यह क्या है और किस तरह से इस्तेमाल किया जाता है इसके बारे में भी हम आगे विस्तार से जानेंगे । पर दोस्तों अगर आपने बहुत सारे पोस्ट अपने वेबसाइट पर पब्लिश किए हैं पर आपके अंदाज के अनुसार पब्लिक आपकी वेबसाइट तक नहीं आ रही है तो आपको अपने कोडिंग के लिए या फिर एचटीएमएल के कोडिंग में SEO , मेटा डिस्क्रिप्शन , breadcrumbs Settings भी करनी पड़ती है जी हां दोस्तों ।


दोस्तों दरअसल गूगल का सर्च इंजन html Codes के जरिए या फिर बॉट्स के जरिए आपके scripting , html coding के स्ट्रक्चर पर नजर रखता है और उसे अगर ऐसी कोई गलतियां दिखाई देती है तो वह गलतियां आपको वेबमास्टर टूल में दिखा देता है या फिर गूगल के डाटा स्ट्रक्चर में दिखा देता है । अगर आपने वह गलतियां दूर नहीं की तो की वेबसाइट भी काफी अच्छे से रैंक नहीं कर पाती है । अगर आपको अपने वेबसाइट का जो एचटीएमएल कोडिंग है उसमें जो भी कोई गलतियां है वह एक ही क्लिक में देखनी है तो आपको यह गूगल का डाटा स्ट्रक्चर इस्तेमाल करके देखना चाहिए । यह किस तरह से काम करता है यह मैं आपको आगे विस्तार से ही बताऊंगा । तो सबसे पहले आप यह जान लो कि इस पोस्ट में आपको क्या कुछ नया जानने को मिल जाएगा ।

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गूगल डाटा स्ट्रक्चर क्या है ?
◆◆ Vacabulary.org क्या है ?
◆◆ गूगल डाटा स्ट्रक्चर की जरूरत गूगल को क्यों पड़ी ?
◆◆ गूगल डाटा स्ट्रक्चर कैसे इस्तेमाल करें ?


1 ] गूगल डाटा स्ट्रक्चर क्या है ?

दोस्तो आप तो जानते ही हो कि सारी वेबसाइट जो है वह गूगल के सर्च इंजिन और अन्य सर्च इंजन में मौजूद रहती है और पुराने वेबसाइट में जो भी कुछ डाटा था वह स्टोर रखने के लिए किसी सर्वर को बहुत सारे इंफॉर्मेशन एक साथ रखने के लिए वह सर्वर कम पडता था । आपको तो यह पता ही होगा कि जब इंटरनेट के शुरुआती साल थे तब जो इंफॉर्मेशन स्टोर रखने के लिए मेमरी की जरूरत पड़ती थी तब वह काफी छोटी थी और यह में मेमरी काफी कम डाटा स्टोर रख पाती थी तो बाद में टेक्नोलॉजी में चेंज होती गए और बहुत सारी वेबसाइट बन गई और इतने सारे वेबसाइट में काफी सारे ऐसी वेबसाइट थी जो कि कुछ काम की नहीं थी या फिर उन्हें किसी भी काम के लिए इस्तेमाल ही नहीं किया जाता था और ऐसी वेबसाइट गूगल पर ऐसे ही पड़ी रहती थी । जिसके कारण उनका सर्वर भर जाता था और वह काफी सारा स्टोरेज का जगह ले लेता था । जिसके कारण सर्वर पर बहुत सारा अनइंपोर्टेंट डाटा स्टोर रहता था और जो महत्वपूर्ण डाटा स्टोर करने के लिए गूगल को अपना डाटा सेंटर भी बढ़ाना पड़ जाता था । उसी वजह से गूगल ने अपना प्रोग्रामिंग बदल कर वेबसाइट डिटेक्ट करने के लिए Vacabulary.org या फिर कहे रोबोट्स को निर्माण कर दिया । वह BOTS क्या होते हैं और किस तरह से काम करते हैं इसका पूरा नॉलेज हम आने वाली एक पोस्ट में जरूर देखेंगे ।


>> बोट्स क्या है कैसे काम करते हैं

2 ] Vacabulary.org क्या है ?

दोस्तों पहले आपका जो स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज या फिर एचटीएमएल कोडिंग था उससे गूगल Vacabulary.org द्वारा ही कोडिंग में कुछ गलतियां ढूंढ लेता था पर उसे वह वेबसाइट काफी अच्छे से ढूंढने में मदद नहीं होती थी और वह यह नहीं जान पाता था कि उस वेबसाइट पर क्या कंटेंट अपलोड होते हैं और वह वेबसाइट कहां से है और उसका ओनर कोन है । वेबसाइट ओपनिंग और क्लोजिंग टाइम क्या है वह सारी चीजे उसे पता करना मुश्किल होता था । इसलिए गूगल ने यह घोषणा की है कि Vacabulary.org को बंद करके Schema.Org को इस्तेमाल करना ब्लॉगर के लिए जरूरी है । जिसे आपको अपने कोडिंग में रिप्लेस करके Schema.Org का लगाना है । फिर गूगल आपकी वेबसाइट को काफी अच्छे से डिटेक्ट कर पाएगा । यह Schema.Org आप किसी भी वेबसाइट से तैयार करके अपनी वेबसाइट के एचटीएमएल में पेस्ट कर सकते हो ।



3 ] गूगल डाटा स्ट्रक्चर की जरूरत गूगल को क्यों पड़ी ?

दोस्तों बहुत सारे वेबसाइट बनाने वाले लोग अगर एक ही तरह की वेबसाइट या फिर एक ही सब्जेक्ट पर वेबसाइट बनाए तो गूगल कोई डिटेक्ट करना मुश्किल हो जाता है कि वह वेबसाइट किस बारे में है । अगर सेम कोडिंग के साथ या फिर इंफॉर्मेशन वाला कोडिंग अगर होगा तो गूगल को यह पता नहीं लगेगा कि कौनसा वेबसाइट रैंक करेंगा या फिर उसमें दी गई इंफॉर्मेशन सही है या गलत है वह सर्च करना मुश्किल हो जाता है । अगर बात करें एचटीएमएल कोडिंग या फिर स्क्रिप्टिंग की , तो इससे ही गूगल को परफेक्टली पता चलता है कि सही तरीके से किस वेबसाइट पर इंफॉर्मेशन दी गई है और यही जानने के लिए गूगल ने डाटा स्ट्रक्चर की शुरुआत की है।

दोस्तों बहुत सारे ऐसे वेबसाइट CEO होते हैं या फिर नए ब्लॉगर होते हैं जिन्हें अपनी वेबसाइट में क्या कुछ गड़बड़ी है यह पता नहीं चलता है और वह अपना एचटीएमएल में जो कोडिंग का कलर होता है उससे ही थोड़ा बहुत जान पाते हैं । कि किस तरह का Error आ रहा है या फिर किस चीज पर Error आ रहा है पर इससे प्रॉपर तरीके से नहीं पता चलता था , कि प्रॉब्लम क्या है । इसका असर यह होता था कि उस वेबसाइट के सर्च कंसोल में बहुत सारे Error आ जाते थे और इसे वह वेबसाइट गूगल पर अच्छी तरह रैंक नहीं कर पाती थी क्योंकि अगर गूगल को पता ही नहीं चलेगा कि वह वेबसाइट किस बारे में है तो वह उस हिसाब से सर्चिंग रिजल्ट में नहीं ला पाएगा और ऐसी ही Error दूर करने के लिए और वेबसाइट के SEO को प्रॉपर तरीके से Html Error समझ में आए इसीलिए ही गूगल ने गूगल डाटा स्ट्रक्चर का निर्माण किया है ।


4 ] गूगल डाटा स्ट्रक्चर कैसे इस्तेमाल करें ?

दोस्तों गूगल का डाटा स्ट्रक्चर इस्तेमाल करना काफी आसान होता है और इसे इस्तेमाल करने के लिए आप गूगल के क्रोम ब्राउज़र या फिर किसी भी ब्राउज़र के सर्च बॉक्स में टाइप करें Google Data Structure Tool या फिर आप यहां पर क्लिक करके भी गूगल के डाटा स्ट्रक्चर वेबसाइट तक जा सकते हो । अगर आपने यह वेबसाइट ओपन कर ली है तो आपको दो तरह के ऑप्शन दिखाई देते हैं FETCH URL और CODE SNIPPET ।


दोस्तों दोनों तरीके भी एक जैसे ही काम कर सकते हो । अगर आपको अपना वेबसाइट का पूरा एचटीएमएल कोडिंग कॉपी करके चेक करना आसान लगता है  तो आप अपने वेबसाइट के एचटीएमएल को पूरा कॉपी करें और Code Snippet पर क्लिक करके वह कोड पेस्ट करें और RUN TEST कर दें । जितने भी Error एचटीएमएल कोडिंग में है वह आपको दूसरे साइड पर HTML CODE के साथ देखने को मिल जाएंगे । अगर आपको अपना कोडिंग नहीं मिल रहा है तो आप ब्लॉगर के डैशबोर्ड में जाकर THEME ऑप्शन पर क्लिक करें और वहां से EDIT HTML पर क्लिक करने के बाद आपको अपने वेबसाइट का पूरा कोडिंग मिल जाएगा ।

दोस्तों पूरा वेबसाइट का कोडिंग कॉपी करके डाटा स्ट्रक्चर में पेस्ट करने में मुझे काफी सारी दिक्कतें नजर आती है या फिर आपको भी नजर आ सकती है क्योंकि पूरे वेबसाइट का कोडिंग कॉपी करने पर बहुत बार वह एचटीएमएल वाला वेब पेज हैंग होकर रुक जाता है और वह प्रोसेस पूरी नहीं हो पाती । अगर आपके पास अच्छा सा कंप्यूटर है जिसमें काफी सारा स्टोरेज खाली है तो वह एचटीएमएल का पूरा कोडिंग आप कॉपी कर सकते हो और डाटा स्ट्रक्चर पर पेस्ट करके अपने वेबसाइट का Error जान सकते हो ।


पर अगर दोस्तों आप अपने मोबाइल फोन से यह काम करना चाहते हो तो आपको मेरे ख्याल से यूआरएल पर क्लिक करके अपने वेबसाइट के कोडिंग की जांच करनी चाहिए । बहोत सारे नए ब्लॉगर मोबाइल से ही ब्लॉगिंग करना शुरू करते हैं तो मेरे ख्याल से यूआरएल वाला ऑप्शन आपके लिए बेहतर होगा । यह दोनों ऑप्शन भी सेम ही काम करते हैं और आपको जो भी ऑप्शन सही लगे आप उससे अपनी वेबसाइट का कोडिंग जान सकते हो । अब दोस्तों आपकी वेबसाइट के एचटीएमएल में जो एयर होगा उसके हिसाब से यह टूल एचटीएमएल में एयर दिखाइएगा इसलिए आप सबसे पहले यही प्रोसेस कंप्लीट कर दीजिए । हर एक यूजर के लिए यह Error अलग-अलग हो सकते हैं । आपके एचटीएमएल में क्या Error आते हैं वह हमें कमेंट करें मैं उस पर अलग से आर्टिकल आऊंगा और आपकी जो कुछ दिक्कत है वह दूर करने की कोशिश करूंगा ।


दोस्तो इस पोस्ट में हमने जाना कि " गूगल डाटा स्ट्रक्चर क्या है ? Vacabulary.org क्या है ? गूगल डाटा स्ट्रक्चर की जरूरत गूगल को क्यों पड़ी ? गूगल डाटा स्ट्रक्चर कैसे इस्तेमाल करें ? "

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मुश्किले केवल बेहतरीन लोगों के हिस्से में आती है क्योकि, वही लोग उसे बेहतरीन तरीके से अंजाम देने कि ताकत रखते हैं OKTECHGALAXY.COM / Motivation


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