नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । दोस्तों अगर आप एक ब्लॉगर हो और ब्लॉग लिखकर पैसे कमाने की कोशिश में हो , तो आपको काफी सारी चीजों की इनमें जरूरत पड़ती है । अगर आप एक नए ब्लॉगर हो तो ब्लॉगिंग से रिलेटेड हमारे सभी आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारा BLOGGING HELP का लेबल देख सकते हो । यहां आपको ब्लॉगिंग से रिलेटेड काफी सारे आर्टिकल मिल जाएंगे । दोस्तों अगर आप एक ब्लॉगर बनना चाहते हो तो , आपको यह जानना काफी जरूरी है कि ब्लॉगिंग से पैसे आप सिर्फ एडवर्टाइजमेंट से ही कमा सकते हो , फिर चाहे वह Ads एडसेंस के हो या फिर अन्य किसी एड नेटवर्क की हो । और आगे जाकर आपने अच्छी तरह Html , Javascript जान लेते हो या फिर PHP जैसी लैंग्वेज सीखी तो वेबसाइट बनाकर उससे भी पैसा कमा सकते हैं । तो यहां पर हमें बाकी चीजों की इंफॉर्मेशन आज के आर्टिकल में नहीं लेनी । हम आज आज के इस आर्टिकल में इंफॉर्मेशन लेंगे की
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Adsense Auto Ads |
◆ ऐडसेंस में AUTO ADS क्या होते हैं ?
◆◆ Adsense को Auto Ads की क्यों जरूरत पड़ गई ?
◆◆◆ वेबसाइट के लिए AUTO ADS के फायदे
◆◆◆◆ AUTO ADS वेबसाइट में कैसे लगाएं ?
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1 ] ऐडसेंस में AUTO ADS क्या होते है ?
दोस्तो अगर आपने अपने ब्लॉग के लिए कोई ऐडसेंस अकाउंट शुरू कर दिया है तो आपको वहां पर ऑटो ऐड्स का भी एक ऑप्शन दिखाई देता है । दोस्तों यह Auto Adds ऑप्शन हमारे रेगुलर ऐड से अलग होता है और इसे शुरू करने की प्रोसेस भी अलग होती है । तो दोस्तों Auto Ads क्या है ? यह एक ऐसा ऐड प्रकार है जिसकी मदद से आप काफी कम समय में अपना ऐडसेंस का पेमेंट ले सकते हो और $100 भी पूरे कर सकते हो जी हां दोस्तों यह काफी आसान है ।
रेगुलर Ads में आपको Ads के कोड कॉपी करके आपको जहां ऐड लगानी है वहां पर पेस्ट करने पड़ते हैं । तो वही काम आप बिना कोड को पेस्ट किए कर सको तो कितना आसान काम बन जाएगा । जी हां दोस्तों ऑटो ऐड्स में आपको सिर्फ एक बार कोड को कॉपी करना पड़ता है । और एक ही बार पेस्ट करना पड़ता है । जिसके बाद आपको किसी भी पोस्ट में ऐड लगाने की जरूरत नहीं पड़ती । यह ऑटो ऐड अपने आप जहां सही जगह लगे वहां पर ऐड शो करवा देते हैं । इसके लिए आपके वेबसाइट पर काफी जगह खाली स्पेस होना भी जरूरी है ।
दोस्तों मुझे अभी तक समझ में नहीं आया कि ब्लॉगर के लिए ऐडसेंस अकाउंट में इतने सारे ऐेड के ऑप्शन होने के बाद भी गूगल ने यह ऑटो ऐेड का नया ऑप्शन क्यों लाया क्योंकि बाकी Add में भी ऐड शो हो होते हैं और इस ऐड में भी ऐेड ही शो होते हैं तो गूगल ऐडसेंस को ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि उन्होंने ऑटो ऐेड शुरू किया । मैंने काफी रिसर्च करने के बाद इसका जवाब ढूंढ लिया है और हम आगे यही जाने वाले हैं ।
2 ] Adsense को Auto Ads की क्यों जरूरत पड़ गई ?
दोस्तों गूगल ऐडसेंस में एक ब्लॉगर को ऐड लगाने के लिए काफी सारे ऑप्शन मिलते हैं जैसे कि Banner Ads , Text Ads Feed Ads जैसे ऑप्शन मिल जाते है । फिर भी गूगल ऐडसेंस ने नए यानी Auto Ads यह ऑप्शन ब्लॉगर के लिए लाया । दोस्तों दरअसल बात यह है कि Auto Ads में आपको ऑटो ऐड का कोड एक ही बार अपने एचटीएमएल में पेस्ट करना पड़ता है । उसके बाद Auto Ads के ऐड आपके ब्लॉग में या फिर वेबसाइट पर शो होना शुरू हो जाते हैं । तो इसका जवाब है कि नए ब्लॉगर को यह पता नहीं होता कि आप किस तरह से और कैसे वेबसाइट पर लगाए जाते हैं । इसलिए ऐडसेंस में यह एक अच्छा ऑप्शन ब्लॉगर के लिए लाया है ।
कई सारे ऐसे ब्लॉगर होते हैं जिन्हें यह पता नहीं होता कि ऐड का साइज किस तरह से निर्धारित किया जाता है और सही Ads के साइज किस तरह से बनाए जाते हैं । तो यह ऑटो ऐड आपके ब्लॉगर के थीम के अनुसार ही ब्लॉग में ऐड शो करवाते हैं । इस वजह से आपका ब्लॉग काफी अच्छा दिख जाता है । साथ में Auto Ads वह खाली जगह भी ऐड से भर देता है । जिसमें Contents या Widgets नहीं दिखते । वहां पर ऐड होने की वजह से आपकी वेबसाइट काफी भरी भरी और अच्छी दिखने लगती है ।
3 ] वेबसाइट के लिए Auto Ads के फायदे
दोस्तों अगर आप अपने वेबसाइट पर Auto Ads लगा देते हो यानी कि अपनी वेबसाइट में Auto Ads का प्रोसेस शुरू करते हो तो Auto Ads अपने आप वह खाली जगह ढूंढ कर वह पर ऐड शो करवा देगा । इससे आपकी वेबसाइट काफी भरी-भरी लग जाएगी और कोई भी खाली जगह आपकी वेबसाइट पर दिखाई नहीं देगी ।
दोस्तों जब भी हमें हमारे पोस्ट में ऐड लगाने पड़ते हैं तब हमें बार-बार ऐड्स के कोड को कॉपी करके जहां पर ऐड लगाने होते है । और वहां पर पेस्ट करने पड़ते हैं । तो Auto Ads ऐसी ऐड नेटवर्क है जो कि एक ही बार ऐेड का कोड पेस्ट करने का मौका देता है बाद में वह अपने आप काम शुरू कर देता है ।
ऑटो ऐड शुरू करना और इसके कोड बदलना भी काफी आसान होता है । दोस्तो आप तो जानते ही हो कि गूगल अपने ऐडसेंस में नए-नए तरीके लाता रहता है और अगर आपने अपने ऐेड में से कोई भी एक ऐड जैसे की डिस्प्ले एड , बैनर ऐड जैसा ऑप्शन गूगल ऐडसेंस बंद करता है तो आपको जो भी आपने कोड लगाए हैं वह हटाने पडते हैं । क्योंकि जब गूगल कोई ऐड का ऑप्शन बंद करता है तो आपने लगाए हुए ऐड काम नहीं करते । यही काम अगर आप Auto Ads में करोगे तो काफी कम समय में आपके ऐेड चेंज हो जाएंगे और आपको हर एक पेज या पोस्ट में जाकर ऐड के कोड बदलने नहीं पड़ेंगे ।
4 ] Auto Ads वेबसाइट में कैसे लगाएं ?
दोस्तो Auto Ads अपने ब्लॉग में या वेबसाइट में लगाना यानी कि शुरू करना काफी आसान है । इसके लिए सबसे पहले आप अपने ऐडसेंस अकाउंट में साइन इन या लॉगिन हो जाए । फिर ऐडसेंस के अकाउंट के पेज में ऊपर लेफ्ट साइड में थ्री डॉट्स की लाइन दिखाई देगी उस पर क्लिक कर दें । उस पर आपको एक पॉपअप सबमेनू ओपन होता हुआ मिलेगा । उसमें Ads का भी एक ऑप्शन होगा उस पर क्लिक कर दें ।
वहां पर आपको Auto Ads का एक ऑप्शन देखने को मिलेगा जो पहले से ऑफ होता है । उसे ऑन करने के लिए उसके ऐेड के कोड में एंटर कीजिए । अब आपको कुछ इस तरह से ऐड का कोड देखने को मिलेगा जिसे आपको कॉपी करना है ।
अगर आपने ऑटो ऐड का कोड कॉपी किया है तो आप अब ब्लॉगर में जाकर अपना एचटीएमएल एडिट कर सकते हो । इसके लिए ब्लॉगर में जाए और थीम ऑप्शन में जाकर EDIT HTML पर क्लिक कर दें । EDIT HTML में आपको अपने वेबसाइट का Html कोड देखने को मिल जाएंगे उसमें आपको हेड टैग ढूंढना है ।
अगर आपने अपने एचटीएमएल में टैग सर्च कर लिया है तो यह Auto Ads का कोड उस के बीच में पेस्ट कर देना है । अगर आपको Head टैग ढूंढने में काफी दिक्कत आ रही है , तो अपने पीसी के कीबोर्ड का Ctr F टाइप करके आप एक सर्च बॉक्स ओपन कर सकते हो । जिसके बाद यह कोड वहां पर पेस्ट करके Save HTML पर क्लिक कर दें । आपके ऐड शो होना शुरू हो जाएंगे ।
बड़े से बड़ा बिजनेस पैसों से नहीं , एक बड़े आयडिया से बड़ा होता है । OKTECHGALAXY.COM / Motivation
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